
21 दिवसीय “ॐ श्री परमहंसाय नमः” साधना – आपके सभी प्रश्नों के उत्तर
“ॐ श्री परमहंसाय नमः” साधना क्या है?
21 दिवसीय मंत्र साधना एक शक्तिशाली आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जिसमें साधक प्रतिदिन “ॐ श्री परमहंसाय नमः” मंत्र का जाप करते हैं। यह साधना आंतरिक शांति, चमत्कारी परिवर्तन, और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने में सहायक होती है।
अगर आप इस साधना को करना चाहते हैं या इससे जुड़े आपके मन में कोई प्रश्न हैं, तो यहाँ आपके सभी प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं।
1. कितने दिनों तक इस मंत्र साधना को करना चाहिए?
आप इस साधना को 11, 21, 31 या 41 दिन तक कर सकते हैं। हम कोशिश करेंगे मिलकर 108 दिन इसे पूरा कर पायें। श्री परमहंस सतगुरु जी ने फ़रमाया है कि अगर कोई व्यक्ति 21 माला 108 दिन तक करे तो वह साधू स्वभाव का हो जायेगा। उसके भारी-भरकम मुश्किल कर्म समाप्त हो जायेंगे।
✔ कम से कम 21 दिन करना अधिक प्रभावी माना जाता है।
✔ कुछ लोग इसे नियमित रूप से जीवनभर भी करते हैं क्योंकि इससे उन्हें गहरा लाभ मिलता है।
2. प्रतिदिन मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
इसमें कोई सख्त नियम नहीं है, लेकिन बेहतर परिणाम के लिए:
✅ कम से कम 5, 11 या 21 माला (1 माला = 108 बार) प्रतिदिन करें।
✅ अगर पूरे माला जपना संभव न हो, तो 10-15 मिनट का जाप भी लाभकारी होगा।
3. मंत्र जपने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
सबसे शुभ समय हैं:
🔹 ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 बजे – 6 बजे) – सबसे प्रभावशाली समय।
🔹 सुबह जल्दी (दिन शुरू करने से पहले) – सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
🔹 रात्रि में सोने से पहले – गहरी शांति और ऊर्जा को संतुलित करने में सहायक।
🔹 दिन में किसी भी समय – यदि तय समय न मिले, तो सुविधानुसार करें।
4. क्या इस साधना के दौरान मांसाहार कर सकते हैं?
मंत्र साधना के दौरान शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण करना सर्वोत्तम माना जाता है।
🚫 मांसाहार, नशा (शराब, तंबाकू), अधिक तामसिक भोजन से बचें।
✅ सात्त्विक भोजन और शुद्ध जीवनशैली अपनाने से साधना का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
5. क्या इस मंत्र का जाप करने के लिए किसी विशेष गुरु से दीक्षा लेना जरूरी है?
❌ बिल्कुल नहीं!
यह मंत्र सभी परमहंस गुरुओं की शक्ति से समाहित है, जिसमें –
✔ श्री रामकृष्ण परमहंस जी
✔ श्री परमहंस योगानंद जी
✔ श्री परमहंस अद्वैत मत के ज्योतिष स्तंभ
✔ श्री परमहंस सद्गुरु जी
✔ महावतार बाबा जी
अगर आप पहले से किसी अन्य गुरु की दीक्षा ले चुके हैं, तो भी आप यह मंत्र जप सकते हैं और इससे आपको आध्यात्मिक उन्नति में सहायता मिलेगी।
6. क्या महिलाएं मासिक धर्म के दौरान इस मंत्र का जाप कर सकती हैं?
✅ हां, बिल्कुल!
कई साधनाओं में मासिक धर्म के दौरान जप करने की मनाही होती है, लेकिन यह मंत्र ऊर्जा-आधारित है और इसे कोई भी, किसी भी समय जप सकता है।
7. क्या यह मंत्र जीवन की समस्याओं को दूर करने में सहायक है?
हाँ, यह मंत्र अत्यंत प्रभावशाली है और –
✔ नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को दूर करता है।
✔ अचानक आने वाली समस्याओं और बाधाओं को कम करता है।
✔ करियर, रिश्तों, आर्थिक स्थिति और स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।
यह एक शक्तिशाली रक्षा कवच की तरह कार्य करता है।
8. क्या इस मंत्र को मन ही मन (मौन) जप सकते हैं या जोर से बोलना जरूरी है?
दोनों तरीके सही हैं:
✔ जोर से जाप करना – आपके चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है।
✔ मौन जाप (मानसिक जप) – ध्यान को गहरा करता है और मन की शक्ति को बढ़ाता है।
👉 बेहतर परिणामों के लिए, पहले जोर से जपें और बाद में मानसिक जप करें।
9. यदि किसी दिन मंत्र जाप करना भूल जाएं तो क्या करें?
✅ अगले दिन अतिरिक्त माला जपकर इसकी भरपाई कर सकते हैं।
✅ ईश्वर से क्षमायाचना करें और अपनी साधना को फिर से जारी रखें।
✅ लगातार साधना जारी रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन यदि भूल हो जाए तो चिंतित न हों।
10. 21 दिन की साधना पूरी करने के बाद क्या बदलाव महसूस होंगे?
💫 आंतरिक शांति और भावनात्मक स्थिरता
💫 नकारात्मक विचारों और भय का नाश
💫 आत्मविश्वास और ध्यान शक्ति में वृद्धि
💫 शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति
💫 रिश्तों, करियर और आर्थिक स्थिति में सुधार
💫 सद्गुरु की कृपा और दिव्य अनुभूति
यह मंत्र आपके जीवन को पूरी तरह से बदल सकता है!
11. क्या इस मंत्र की साधना करते हुए मैं चलते-फिरते, उठते-बैठते भी मंत्र का जाप कर सकता हूँ?
✅ हां, बिल्कुल!
आप इस मंत्र का जाप खाते-पीते, सोते-जागते, काम करते हुए किसी भी समय कर सकते हैं। यह साधना आपके जीवन के हर पहलू में समाहित हो सकती है, और जब आप व्यस्त होते हैं, तो भी मन ही मन मंत्र का जाप किया जा सकता है। इस तरह से आप पूरे दिन अपनी ऊर्जा को संतुलित और सकारात्मक बना सकते हैं।
12. क्या 41 दिन के बाद भी इस मंत्र का जाप जारी रख सकते हैं?
✅ हां, निश्चित रूप से!
यदि आप 41 दिन की साधना पूरी करने के बाद महसूस करते हैं कि इस मंत्र से आपका जीवन बदल चुका है, तो आप इसे निरंतर जारी रख सकते हैं। इस मंत्र का जाप करने से आपकी आध्यात्मिक शक्ति, मानसिक शांति, और जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं, इसलिए इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
13. क्या इस साधना के पूरा करने पर कोई सर्टिफिकेट मिलेगा?
✅ हां, 21 माला या 41 दिन की साधना पूरी करने पर आपको सर्टिफिकेट मिलेगा।
यदि आप 21 माला या 41 दिन तक मंत्र का जाप करते हैं, तो सेल्फ अवेकिनिंग मिशन की तरफ से आपको “साधना कंप्लीट सर्टिफिकेट” दिया जाएगा। यह सर्टिफिकेट आपके साधना के प्रति समर्पण और मेहनत को मान्यता देने वाला एक महत्वपूर्ण रिवॉर्ड है। यह आपको अपने जीवन में आत्मविश्वास और गर्व का अनुभव कराएगा।
14. हम प्रतिदिन एक माला आत्माओं के कल्याण के लिए क्यों समर्पित कर रहे हैं?
✅ हमारे आसपास कई आत्माएँ हैं जो भटक रही हैं और उनका अभी तक मोक्ष नहीं हुआ है।
इसलिए, हम प्रतिदिन एक माला उन आत्माओं के कल्याण के लिए जपते हैं। जब हम यह जाप करते हैं, तो हम उनके लिए माफी की प्रार्थना भी करते हैं, ताकि वे मुक्त होकर दिव्य प्रकाश में विलीन हो सकें और प्रभु की प्रसन्नता प्राप्त कर सकें। यह न केवल उन आत्माओं के लिए बल्कि हमारे स्वयं के लिए भी एक महान आध्यात्मिक सेवा है।
15. एक माला हम भारत माता और पृथ्वी माता के कल्याण के लिए क्यों समर्पित कर रहे हैं?
✅ हम भारत माता और पृथ्वी माता के आशीर्वाद के लिए भी प्रतिदिन एक माला समर्पित करेंगे।
हमारी पृथ्वी और हमारा देश विभिन्न प्राकृतिक और मानव-निर्मित संकटों से गुजर रहे हैं। जब हम यह साधना करते हैं, तो हम भारत माता और पृथ्वी माता के कल्याण के लिए एक माला समर्पित कर सकते हैं, ताकि हमें उनका आशीर्वाद मिले और आने वाले कठिन समय में प्रभु की कृपा हम सब पर बनी रहे।
16. अगर मेरे पहले से कोई गुरु हैं और मैंने उनसे दीक्षा ले रखी है, तो क्या मैं यह जाप कर सकता हूँ?
✅ हाँ, निश्चित रूप से!
यदि आपके पहले से कोई गुरु हैं और आपने उनसे दीक्षा ली हुई है, तब भी आप यह मंत्र जाप कर सकते हैं। यह जाप गुरु-भक्ति को और गहरा करने के लिए है। जब आप यह मंत्र जपते हैं, तो यह आपके गुरुदेव को ही समर्पित हो जाता है और उनकी कृपा को और अधिक आकर्षित करता है।
इस साधना में हम “ॐ श्री परमहंसाय नमः” का जाप कर रहे हैं, जिसका अर्थ है कि हम सभी परमहंस संतों को नमन कर रहे हैं। इसलिए आप निश्चिंत होकर इस साधना को कर सकते हैं और इसे अपने गुरु-मार्ग में एक पूरक साधना के रूप में देख सकते हैं।
समाप्ति – आज ही अपनी साधना शुरू करें!
अगर आप अपने जीवन में शांति, सुरक्षा और आध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं, तो इस 21 दिवसीय साधना को जरूर अपनाएं।
✔ आज से शुरुआत करें और “ॐ श्री परमहंसाय नमः” की शक्ति को अनुभव करें!
💬 अगर आपके कोई प्रश्न या अनुभव हों, तो कमेंट में जरूर बताएं!
ॐ श्री परमहंसाय नमः 🙏