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Self Awakening Mission के संस्थापक Sanjiv Malik जी की प्रेरणादायक शिक्षाओं से यह स्पष्ट होता है कि यह जीवन केवल भोग-विलास के लिए नहीं, बल्कि आत्मा की जागृति और प्रेम भक्ति के अभ्यास का एक दिव्य अवसर है।
क्या आपने कभी खुद से पूछा — “मैं कौन हूँ?”
मनुष्य जन्म पाना बहुत दुर्लभ है। Self Awakening Mission की दृष्टि से यह जीवन आत्मा के वास्तविक स्वरूप को जानने और परमात्मा से प्रेमपूर्वक जुछने का सुंदर अवसर है।
“हे आत्मा! तू इस लोक की नहीं, अमरलोक की निवासी है। पर माया ने तुझे भुला दिया है।”\
— Sanjiv Malik Ji
1. आत्मा की नींद को जगाना है – यही है आत्म जागरण का संदेश
Self Awakening Mission का उद्देश्य है आत्मा को उसकी सच्ची पहचान दिलाना। हमारी आत्मा इस संसार में कर्म, वासनाओं और विचारों की गहराई में उलझ गई है। Sanjiv Malik जी की वाणी हमें याद दिलाती है कि:
“तू खुद को शरीर समझता है, जबकि तू तो चैतन्य आत्मा है।”
2. प्रेम भक्ति से ही आत्मा को मिलेगी मुक्ति
प्रेम भक्ति केवल पूजा-पाठ नहीं, बल्कि परमात्मा से एक भीतरू संबंध है। जब आत्मा सच्चे प्रेम से प्रभु को पुकारती है, तो हर कर्म, हर विचार दिव्य हो जाता है। यही भावना Self Awakening Mission में हर साधक को सिखाई जाती है।
“जब प्रेम में डूबकर भक्ति होती है, तब आत्मा उड़ान भरती है।”
3. सतगुरु का संग – आत्मा की दिशा बदल देता है
Sanjiv Malik जी कहते है, सतगुरु की कृपा से ही आत्मा को सही मार्ग मिलता है। उनका उद्देश्य है आत्मा को पाँच इन्द्रियों और तीन गुणों से ऊपर उठाकर उस लोक तक पहुँचाना, जहाँ केवल शांति, प्रेम और आनंद है।
4. अंदर की ओर देखने की साधना
Self Awakening Mission ध्यान, भजन और प्रेम के मार्ग से साधकों को भीतर की यात्रा पर ले जाता है। जब साधक अपनी चेतना को बाहर से हटाकर अंतर की ओर मोड़ता है, तो आत्मा स्वयं जागृत होने लगती है।
निष्कर्ष: अब समय है जागने का
यह जीवन एक अवसर है — आत्मा को जानने का, प्रेम भक्ति में लीन होने का, और अपने सच्चे घर लौटने का।\
Self Awakening Mission आपको इसी दिव्य यात्रा पर ले जाने के लिए समर्पित है।
“जाग जा आत्मा, तेरे लिए बुलावा आया है।”