
पितरों का आशीर्वाद घर में सुख-समृद्धि लाता है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है। उनकी कृपा से परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और बीमारियों से बचाव होता है। पितर अपने वंशजों की बुरी शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करते हैं। पितरों के आशीर्वाद से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उन्नति मिलती है, जैसे कि करियर, व्यवसाय और शिक्षा। उनकी कृपा से घर में शांति और सद्भाव बना रहता है। कुछ लोग मानते हैं कि पितरों के आशीर्वाद से निसंतान दंपतियों को संतान प्राप्ति होती है। पितरों की कृपा से आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायता मिलती है।
अगर आप भी अपने पित्रों की प्रसन्नता पाना चाहते हैं तो बैसाख अमावस्या पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। तो सबसे पहले पितृ दोष के कारण जानते हैं।
पितृ दोष के कारण:
पितृ दोष के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं:
कर्मों से संबंधित कारण:
- पूर्वजों का अनादर: अपने माता-पिता या अन्य बुजुर्गों का अपमान करना, उन्हें कष्ट पहुँचाना या उनकी सेवा न करना।
- अधूरे अंतिम संस्कार: यदि किसी पूर्वज का अंतिम संस्कार विधि-विधान से न किया गया हो।
- श्राद्ध और तर्पण न करना: पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि कर्मों को उचित रूप से न करना।
- धर्म विरुद्ध आचरण: धार्मिक नियमों का उल्लंघन करना या धर्म के विरुद्ध कार्य करना।
- निर्दोष जीवों को कष्ट: गाय, कुत्ते या किसी अन्य निर्दोष जानवर को सताना या मारना।
- पेड़ काटना: पीपल, नीम या बरगद जैसे पवित्र पेड़ों को काटना या कटवाना।
- किसी की हत्या करना: जानबूझकर या अनजाने में किसी की हत्या करना।
- बदले की भावना: किसी से बदले की भावना रखना या छल-कपट करना।
- अधूरे वादे: पूर्वजों द्वारा किए गए वादों को पूरा न करना।
ज्योतिषीय कारण:
- सूर्य का कमजोर होना: कुंडली में सूर्य का किसी पाप ग्रह से पीड़ित होना या अशुभ स्थिति में होना, क्योंकि सूर्य पितरों का प्रतिनिधित्व करता है।
- राहु, केतु और शनि का प्रभाव: कुंडली में राहु, केतु या शनि की अशुभ स्थिति या सूर्य या चंद्रमा के साथ युति या दृष्टि संबंध पितृ दोष का कारण बन सकती है।
- नवम भाव की स्थिति: कुंडली का नवम भाव पितरों का स्थान माना जाता है। इस भाव में अशुभ ग्रहों की उपस्थिति या दृष्टि पितृ दोष उत्पन्न कर सकती है।
- चंद्रमा का कमजोर होना: कमजोर चंद्रमा मातृ पक्ष में पितृ दोष का कारण बन सकता है।
अन्य कारण: - परिवार में पुजारी या धर्म परिवर्तन: यदि परिवार के किसी सदस्य ने पारिवारिक पुजारी या धर्म बदल लिया हो।
- मंदिर तोड़ना: घर के पास किसी मंदिर में तोड़फोड़ करना।
- अकाल मृत्यु: किसी पूर्वज की अकाल मृत्यु होना।
- पूर्वजों की अतृप्त इच्छाएं: यदि पूर्वजों की कोई इच्छा अधूरी रह गई हो।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पितृ दोष के कारण जटिल हो सकते हैं और अक्सर कई कारकों का संयोजन होता है। यदि आपको लगता है कि आपके परिवार में पितृ दोष हो सकता है, तो किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेना उचित है।
पितृ दोष से मुक्ती पाने के लिए करें ये उपाय:
गुरु जनों का आशीर्वाद ले:
*सबसे पहले श्री परमहंस गुरु देव का आशीर्वाद लें और ॐ श्री परमहंसाय नमः मंत्र की 11 माला करें। क्योंकि किसी भी कार्य के लिए गुरुजनों का आशीर्वाद लेना सबसे ज्यादा जरूरी है क्योंकि उनकी प्रसन्नता पाए बिना कोई भी कार्य में सफलता संभव नहीं।
तर्पण और पिंडदान:
- सुबह उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
- पितरों के निमित्त तर्पण करें। तर्पण करने के लिए जल में काला तिल, जौ और कुशा मिलाकर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके अपने पितरों का स्मरण करते हुए उस जल को धरती पर धीरे-धीरे गिराएं।
- यदि संभव हो तो किसी पवित्र नदी या तीर्थ स्थान पर जाकर पितरों के लिए पिंडदान करें।
- दान-पुण्य:
- अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें। आप भोजन, वस्त्र, जूते-चप्पल, छाता या अपनी श्रद्धा अनुसार कोई भी वस्तु दान कर सकते हैं।
- ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा दें।
पूजा और पाठ:- घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर स्थापित करें और उस पर फूल-माला चढ़ाएं।
- पितृ स्तोत्र या पितृ कवच का पाठ करें।
- श्रीमद्भागवत कथा का पाठ सुनें या करवाएं।
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें।
- अन्य उपाय:
- कौवे, कुत्ते और गाय को भोजन कराएं।
- पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं और उसकी परिक्रमा करें।
- घर में शांति और सकारात्मक वातावरण बनाए रखें। किसी से भी वाद-विवाद न करें।
- 21 माला ॐ श्री परमहंसाय नमः मंत्र की माला करके अपने पूर्वजों के निमित दान करदे और प्रार्थना जरूर करें कि अगर आपके पित्र कहीं अटके पड़े हैं या किसी कारण उनकी मुक्ती नहीं हो रही तो सतगुरू देव भगवान मुक्ती प्रदान करें और जहां कहीं भी आपके पित्र हैं उनको सुरक्षा प्रदान करें।
- https://youtu.be/FTQfnsZK_9w?si=4C0i0tEJAXYRmdIr