
प्रेम सहित जय सचिदानंद जी
बोलो जय कारा बोल मेरे श्री गुरु महाराज की जय। 🙏🙏🌹💐🌹
यह एक गाइडेड मेडिटेशन है जिसके द्वारा आप अपने श्री सदगुरुदेव भगवान जी का स्वरूप और उनका पवित्र शब्द अपने हृदय में उतार सकते हैं। कृपया खुद भी इसका फायदा उठाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को फॉरवर्ड करें।
PREM SWAROOP SATGURU
Time: 30:24
“प्रेम की अनमोल परिभाषा हैं सतगुरु”🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🌸🌸🌸🌸
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
मेरे सतगुरु की तो हर बात में प्रेम है,मेरे स्वामी की तो हर अदा में प्रेम है ,सच कहूं तो उनकी शरण में आकर ही प्रेम के सही मायने समझ पाए हैं ,इससे पहले तो प्रेम एक छलावा था ,अब जब सतगुरु ने हमें अपनाया तब मुझे प्रेम की समझ आई और मैंने अपनी आत्मा से प्रेम करना सीखा ,खुद से प्रेम करना सीखा और जाना में भी तो अपने प्यारे प्रभु का अंश हूं,और जब में अपने प्रभु का अंश हुं तो हर प्राणी में मेरे प्यारे प्रभु का अंश हैं तो जब स्वयं से प्रेम है तो हर प्राणी मात्र से भी प्रेम है ,ये प्रेम की अनमोल परिभाषा मैने अपने प्रियतम प्रभु की शरण में आकर ही सीखा।🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️
हमारे सतगुरु का जीवन प्यार, करुणा और सेवा की भावना से भरा हुआ है। वह हमें सिखाते हैं कि प्यार और करुणा के साथ जीने से ही हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।
GuruBhakti

सतगुरु के शब्दों में:
- “प्यार ही जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है।”
- “करुणा के साथ जीने से ही हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।”
- “सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।”
आइए हम भी सतगुरु के दिखाए मार्ग पर चलें:
इस प्यारे ध्यान-सत्संग का अनुभव स्वयं करियेगा।
प्रेम सहित जय सचिदानंद जी
धन्यवाद🙏🙏🌹