
🕉️ यह धर्म कहता है:
“सनातन धर्म” — यह कोई सीमित धर्म नहीं, बल्कि पूरे ब्रह्मांड की आत्मा है।
सनातन यानी शाश्वत, जो न कभी शुरू हुआ, न कभी खत्म होगा — सदैव था, सदैव रहेगा।
यह धर्म कोई पंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक दिव्य शैली है।
“तू शरीर नहीं, तू आत्मा है — चैतन्य है, अमर है।”
“अपने भीतर झाँको, वहीं ईश्वर है।”
सनातन धर्म हमें चार महान मार्ग दिखाता है:
1️⃣ धर्म – कर्तव्य और सत्य का पालन
2️⃣ अर्थ – ईमानदारी से जीवनयापन
3️⃣ काम – मर्यादा में इच्छाओं की पूर्ति
4️⃣ मोक्ष – जन्म-मृत्यु से मुक्ति का मार्ग
📖 इसके ग्रंथ — वेद, उपनिषद, गीता, रामायण — केवल किताबें नहीं,
हर श्लोक में छुपा है ब्रह्मज्ञान का अमृत।
💫 भगवद गीता का दिव्य संदेश —
“कर्म करो, फल की चिंता मत करो।”
यह जीवन को संपूर्णता से जीने की कला है।
⚖️ सनातन धर्म कहता है —
“धर्म वही है जो सबका कल्याण करे।”
“जीव मात्र में ईश्वर का अंश है, फिर भेदभाव क्यों?”
🪔 यह धर्म मूर्तियों में ईश्वर को नहीं बाँधता, बल्कि हर कण-कण में ईश्वर को देखता है।
पेड़, नदी, सूर्य, चाँद — सब इसके पूज्य हैं क्योंकि यह प्रकृति के साथ तादात्म्य की बात करता है।
🧘♀️ ध्यान, साधना, सेवा, प्रेम — यही इसके स्तंभ हैं।
सनातन धर्म कहता है —
“बाहरी मंदिरों से पहले, अपने हृदय को मंदिर बनाओ।”
🌺 आज आवश्यकता है कि हम इस दिव्य परंपरा को केवल पूजा-पाठ में सीमित न रखें,
बल्कि इसे अपने जीवन में जिएं, विचारों में उतारें, और आचरण से फैलाएं।🌺जय श्री राम।
हर हर महादेव।
ॐ नमः शिवाय।