
ॐ श्री परमहंसाय नमः।
📖 सतगुरु की कृपा और कर्म बंधन से मुक्ति
प्यारे मित्रो!
मनुष्य जो भी कर्म करता है, उसका फल उसे अवश्य भोगना पड़ता है। लेकिन यदि कोई पूर्ण सतगुरु के वचनों को श्रद्धा और समर्पण से अपनाए, तो कर्म बंधन समाप्त हो सकते हैं।
➡️ सतगुरु की कृपा (Satguru Kripa) से मलिन संस्कार धुएं के पहाड़ की तरह विलीन हो जाते हैं।
➡️ श्री परमहंस सतगुरु जी (Shri Paramhans Satguru ji) के पावन नाम का जाप करने से कोटि-कोटि बंधन कट जाते हैं।
मनुष्य के मस्तिष्क के भीतर संचित कर्मों का भंडार होता है। जब हम वहाँ पर ध्यान केंद्रित करके सतगुरु के दिए हुए मंत्र का स्मरण करते हैं, तो कर्मों का नाश हो जाता है।
🔆 जिस प्रकार घास के तिनकों में आग लगाने से वे भस्म हो जाते हैं, ठीक उसी प्रकार सतगुरु कृपा से कर्म बंधन जलकर नष्ट हो जाते हैं।
श्री लीला: सतगुरु कृपा से 21 जन्मों के बंधन समाप्त
एक बार एक भक्त विदेश से श्री परमहंस सतगुरु जी (Shri Paramhans Satguru ji) के दर्शन के लिए आया।
➡️ उसने श्रद्धा सहित प्रणाम किया।
➡️ सतगुरु जी ने भक्त के माथे को देखा और उसके कर्मों को पहचान लिया।
➡️ गुरुदेव of Sanjiv Malik ने उस भक्त को 21 दिन तक टॉयलेट साफ करने की सेवा दी।
💡 एक महात्मा जी ने शंका व्यक्त की: “गुरुदेव ने मेरे NRI भतीजे को ऐसी तुच्छ सेवा क्यों दी?”
👉 परंतु वह भक्त खुशी-खुशी इस सेवा में जुट गया।
👉 21 दिन तक सेवा करते हुए, उसे हर रात एक ही सपना आता कि वह एक स्लम एरिया में रहता है।
👉 उसकी हैरानी की सीमा न रही! यह एक ही सपना उसे हर दिन क्यों आ रहा था?
जब 21 दिन पूरे हुए, तो वह महात्मा जी के साथ गुरु महाराज जी (Guru Maharaj ji) के चरणों में पहुंचा।
📜 सतगुरु जी ने दिव्य वाणी में कहा:
“महात्मा जी! परमहंसों ने 21 दिनों में इस भक्त के आने वाले 21 जन्मों के बंधन काट दिए हैं।”
😢 यह सुनकर वह भक्त रो पड़ा। वह भाव-विभोर होकर कहने लगा –
“मेरे मालिक इतने दयालु और कृपालु हैं! किस मुख से आपकी महिमा गाऊं? आपका शुक्र करूं मेरे दाता!”
💖 उसने श्री चरणों में दंडवत प्रणाम किया और महात्मा जी को सपने का रहस्य बताया।
🔱 सतगुरु की भक्ति से कर्म बंधन कटते हैं
🔥 सतगुरु कृपा से कर्म बंधन मिटाना संभव है।
🔥 गुरु भक्ति (Guru Bhakti) और सतगुरु द्वारा दिए गए नाम का जाप, आत्मा को मुक्त करता है।
🔥 श्री परमहंस सतगुरु teachings के अनुसार, यदि हम “ॐ श्री परमहंसाय नमः” मंत्र का जाप करें और क्षमा याचना करें, तो हमारे दुःख भी सहज ही मिट जाते हैं।
👉 Self Awakening Mission के अंतर्गत सतगुरु जी हमें यह सिखाते हैं कि कर्म बंधनों से मुक्त होने के लिए सतगुरु का ध्यान और उनके वचनों का पालन करना चाहिए।
🙏 ॐ श्री परमहंसाय नमः।
📌 मुख्य बिंदु (Key Points)
हिंदी में:
✅ सतगुरु कृपा से कर्म बंधन नष्ट होते हैं।
✅ गुरु भक्ति (Guru Bhakti) और मंत्र जाप से नकारात्मक कर्म जल जाते हैं।
✅ श्री परमहंस सतगुरु teachings हमें यह सिखाती हैं कि पूर्ण श्रद्धा से सतगुरु का अनुसरण करने से जीवन बदल सकता है।
✅ “ॐ श्री परमहंसाय नमः” मंत्र का जाप करने से 21 जन्मों के कर्म बंधन तक समाप्त हो सकते हैं।
✅ Guru Maharaj ji के बताए मार्ग का पालन करने से भविष्य के कष्ट भी टल सकते हैं।
In English:
✅ Satguru Kripa can remove all karmic bondage.
✅ Guru Bhakti and mantra chanting burn away negative karma.
✅ Shri Paramhans Satguru teachings emphasize the importance of surrendering to the Guru’s words.
✅ Chanting “ॐ Shri Paramhansay Namah” can erase karmic burdens of multiple lifetimes.
✅ Following Guru Maharaj ji‘s guidance helps prevent future sufferings.
🌟 Conclusion
Gurudev of Sanjiv Malik ने यह स्पष्ट किया है कि यदि हम पूरी श्रद्धा से सतगुरु जी के दिए हुए मंत्र का जाप करें, उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतारें और सेवा करें, तो हमारे कर्म बंधन कट जाएंगे और जीवन सुख, शांति और आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ेगा।
🙏 प्रेम सहित बोलो – जय सच्चिदानंद जी!
🔱 Self Awakening Mission के मार्ग पर चलते हुए, हम सभी को सतगुरु जी की कृपा से कर्म बंधनों से मुक्त होने का प्रयास करना चाहिए।
🌸 ॐ श्री परमहंसाय नमः। 🌸