
🌸 श्री परमहंस सतगुरु जी के स्वरूप की ध्यान- साधना 🌸🌹🌹🌹🌹
🌿 आँखें बंद कर लीजिए…
गहरी साँस लीजिए और मन को शांत कीजिए।
अब अपने हृदय में अपने सतगुरु का दिव्य स्वरूप प्रकट कीजिए।
सबसे पहले उनके चेहरे का ध्यान करें
आपके सम्मुख सतगुरु का तेजस्वी चेहरा प्रकट हो रहा है।
उनकी आँखें मानो की आपको ही देख रही हैं
उनका मुख ऐसा दीप्तिमान है जैसे शरद पूर्णिमा की चाँदनी।
उनकी मंद मुस्कान आपको कह रही है— “भय मत करो, मैं तुम्हारे साथ हूँ।”🙌🏻🙌🏻🌹
उनके नेत्र करुणा और प्रेम से भरे हुए हैं। जैसे सागर अपनी गहराई लिए शांत हो, वैसे ही उनकी दृष्टि आपके हृदय को शांति प्रदान कर रही है।🌹🌹Time;
🌼🌼सफेद वस्त्र में सतगुरु कितने पावन और निर्मल दिखाई दे रहे हैं,उनके सिर पर मुकुट अर्थात सफेद रुमाल मानो आपसे कह रहा है हमेशा सर उठकर जीना सीखो , उनके वस्त्रों की शीतलता आपके मन के सभी विकारों को धो रही है।
आपको महसूस हो रहा है कि आपकी आत्मा भी अब निर्मल और पवित्र हो रही है।🙏🏻🌹
सतगुरु के गले सुंदर मोगरे और गुलाब का हार का ध्यान उनके गले में सुंदर हार सुशोभित है।
यह हार साधारण नहीं, यह उनके भक्तों की श्रद्धा और प्रेम के मोतियों से गूँथा गया है।
आपको लग रहा है मानो आपका प्रेम भी उस हार में पिरोया गया है, और आप सदैव उनके हृदय के समीप हैं।🙏🏻🌹
उनके पावन चरणों का ध्यान
अब अपना ध्यान उनके चरणों पर केंद्रित कीजिए।
उनके चरणों से दिव्य प्रकाश निकल रहा है।🌹🙏🏻🌹
आप मानसिक रूप से उन चरणों को छू रहे हैं और अपने मस्तक पर रख रहे हैं।🙏🏻🌹
जैसे ही आप उनके चरणों का स्पर्श करते हैं, आपके भीतर की सारी थकान, चिंता और बोझ दूर हो जाते हैं।
आपके हृदय में केवल शांति, भक्ति और गहन प्रेम शेष रह जाता है।🙏🏻🌹🌹🌹🌹
🌸 अब आप पूर्णत: सतगुरु के दिव्य स्वरूप में लीन हैं।
आपके भीतर यह अनुभव गूँज रहा है कि —
“सतगुरु मेरे हृदय में हैं, मैं उनके चरणों में हूँ, और यही मेरा परम सुख है।”
सतगुरु चरणों में शत-शत प्रणाम 🙇♀️🙇♀️🙇♀️