ईश्वर और प्रेम दोनों अलग-अलग नहीं है। जैसे सूर्य और प्रकाश, जैसे जल और शितलता, जैसे अग्नि...
aatm gyan
जब आध्यात्मिक यात्रा अपने शिखर पर पहुँचती है, आत्मा ईश्वर से मिलन की दहलीज़ पर होती है...
आत्मा की शक्ति और जागृति के उद्धरण“हे दिव्य आत्मा! तू कोई साधारण चेतना नहीं, बल्कि अनंत ब्रह्मांड...